लिप्यंतरण:( Qul yatawaffaakum malakul mawtil lazee wukkila bikum Thumma ilaa rabbikum turja'oon (section 1) )
2. अर्थात नई उत्पत्ति पर आश्चर्य करने से पहले इसपर विचार करो कि मरण तो आत्मा के शरीर से विलग हो जाने का नाम है, जो दूसरे स्थान पर चली जाती है। और परलोक में उसे नया जन्म दे दिया जाएगा, फिर उसे अपने कर्म के अनुसार स्वर्ग अथवा नरक में पहुँचा दिया जाएगा।
The tafsir of Surah Sajdah verse 11 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Sajdah ayat 7 which provides the complete commentary from verse 10 through 11.
सूरा अस-सजदा आयत 11 तफ़सीर (टिप्पणी)