Quran Quote  : 

कुरान मजीद-32:20 सुरा अस-सजदा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَأَمَّا ٱلَّذِينَ فَسَقُواْ فَمَأۡوَىٰهُمُ ٱلنَّارُۖ كُلَّمَآ أَرَادُوٓاْ أَن يَخۡرُجُواْ مِنۡهَآ أُعِيدُواْ فِيهَا وَقِيلَ لَهُمۡ ذُوقُواْ عَذَابَ ٱلنَّارِ ٱلَّذِي كُنتُم بِهِۦ تُكَذِّبُونَ

लिप्यंतरण:( Wa ammal lazeena fasaqoo fama'waahumun Naaru kullamaaa araadooo any yakhrujoo minhaaa u'eedoo feehaa wa qeela lahum zooqoo 'azaaaban Naaril lazee kuntum bihee tukazziboon )

और रहे वे लोग, जिन्होंने अवज्ञा की, तो उनका ठिकाना आग है। जब भी वे उससे निकलना चाहेंगे, उसी में लौटा दिए जाएँगे, तथा उनसे कहा जाएगा कि उस आग की यातना चखो, जिसे तुम झुठलाया करते थे।

सूरा अस-सजदा आयत 20 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Sajdah verse 20 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Sajdah ayat 18 which provides the complete commentary from verse 18 through 22.

सूरा अस-सजदा सभी आयत (छंद)

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