Quran Quote  : 

कुरान मजीद-32:29 सुरा अस-सजदा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

قُلۡ يَوۡمَ ٱلۡفَتۡحِ لَا يَنفَعُ ٱلَّذِينَ كَفَرُوٓاْ إِيمَٰنُهُمۡ وَلَا هُمۡ يُنظَرُونَ

लिप्यंतरण:( Qul yawmal fath hi laa yanfa'ul lazeena kafarooo eemaanuhum wa laa hum yunzaroon )

आप कह दें : निर्णय के दिन काफ़िरों को उनका ईमान लाना लाभ नहीं देगा और न उन्हें मोहलत दी जाएगी।[9]

सूरा अस-सजदा आयत 29 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

9. इन आयतों में मक्का के काफ़िरों को सावधान किया गया है कि इतिहास से शिक्षा ग्रहण करो, जिस जाति ने भी अल्लाह के रसूलों का विरोध किया उसको संसार से नष्ट कर दिया गया। तुम निर्णय की माँग करते हो, तो जब निर्णय का दिन आ जाएगा, तो तुम्हारे संभाले नहीं संभलेगा और उस समय का ईमान कोई लाभ नहीं देगा।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Sajdah verse 29 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Sajdah ayat 28 which provides the complete commentary from verse 28 through 30.

सूरा अस-सजदा सभी आयत (छंद)

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