Quran Quote  : 

कुरान मजीद-91:6 Surah Ash-shams हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَٱلۡأَرۡضِ وَمَا طَحَىٰهَا

लिप्यंतरण:( Wal ardi wa maa tahaahaa )

और धरती की तथा उसे बिछाने की (क़सम!)[1]

सूरा Ash-Shamsआयत 6 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • ख़ज़ाएनुल इरफ़ान

1. (1-6) इन आयतों का भावार्थ यह है कि जिस प्रकार सूर्य के विपरीत चाँद, तथा दिन के विपरीत रात है, इसी प्रकार पुण्य और पाप तथा इस संसार का प्रति एक दूसरा संसार परलोक भी है। और इन्हीं स्वभाविक लक्ष्यों से परलोक का विश्वास होता है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Ash-Shams verse 6 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Ash-Shams ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 10.

सूरा Ash-Shams सभी आयत (छंद)

1
2
3
4
5
6
7
8
9
10
11
12
13
14
15

Sign up for Newsletter