Quran Quote  :  We do not lay a burden on anyone beyond his capacity. -

कुरान मजीद-26:139 सुरा अश-शुअरा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

فَكَذَّبُوهُ فَأَهۡلَكۡنَٰهُمۡۚ إِنَّ فِي ذَٰلِكَ لَأٓيَةٗۖ وَمَا كَانَ أَكۡثَرُهُم مُّؤۡمِنِينَ

लिप्यंतरण:( Fakazzaboohu fa ahlaknaahum; inna fee zaalika la aayah; wa maa kaana aksaruhum mu'mineen )

तो उन्होंने उसे झुठला दिया, तो हमने उन्हें विनष्ट कर दिया। निःसंदेह इसमें निश्चय एक बड़ी निशानी है। और उनमें से अधिकतर लोग ईमानवाले नहीं थे।

सूरा अश-शुअरा आयत 139 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Ash-Shura verse 139 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Shura ayat 136 which provides the complete commentary from verse 136 through 140.

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