लिप्यंतरण:( Fakazzaboohu fa akhazahum 'azaabu Yawmiz zullah; innahoo kaana 'azaaba Yawmin 'Azeem )
31. अर्थात उनकी यातना के दिन उनपर बादल छा गया। फिर आग बरसने लगी और धरती कंपित हो गई। फिर एक कड़ी ध्वनि ने उनकी जानें ले लीं। (इब्ने कसीर)
The tafsir of Surah Ash-Shura verse 189 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Shura ayat 185 which provides the complete commentary from verse 185 through 191.
सूरा अश-शुअरा आयत 189 तफ़सीर (टिप्पणी)