लिप्यंतरण:( Fa alqaa 'asaahu fa izaaa hiya su'baanum mubeen )
फिर उसने अपनी लाठी फेंक दी, तो अचानक वह एक प्रत्यक्ष अजगर बन गई।
सूरा अश-शुअरा आयत 32 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ash-Shura verse 32 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Shura ayat 29 which provides the complete commentary from verse 29 through 37.
सूरा अश-शुअरा आयत 32 तफ़सीर (टिप्पणी)