और मुझे नेमतों वाली जन्नत के वारिसों में से बना दे।
सूरा अश-शुअरा आयत 85 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ash-Shura verse 85 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Shura ayat 83 which provides the complete commentary from verse 83 through 89.
सूरा अश-शुअरा आयत 85 तफ़सीर (टिप्पणी)