Quran Quote  : 

कुरान मजीद-9:10 सुरा अत-तौबा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

لَا يَرۡقُبُونَ فِي مُؤۡمِنٍ إِلّٗا وَلَا ذِمَّةٗۚ وَأُوْلَـٰٓئِكَ هُمُ ٱلۡمُعۡتَدُونَ,

लिप्यंतरण:( Laa yarquboona fee mu'minin illanw wa laa zimmah wa ulaaa 'ika humulmu 'tadoon )

वे किसी ईमान वाले के बारे में न किसी रिश्तेदारी का सम्मान करते हैं और न किसी वचन का, और यही लोग सीमाओं का उल्लंघन करने वाले हैं।

सूरा अत-तौबा आयत 10 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Taubah verse 10 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Taubah ayat 9 which provides the complete commentary from verse 9 through 11.

सूरा अत-तौबा सभी आयत (छंद)

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