Quran Quote  : 

कुरान मजीद-9:85 सुरा अत-तौबा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَلَا تُعۡجِبۡكَ أَمۡوَٰلُهُمۡ وَأَوۡلَٰدُهُمۡۚ إِنَّمَا يُرِيدُ ٱللَّهُ أَن يُعَذِّبَهُم بِهَا فِي ٱلدُّنۡيَا وَتَزۡهَقَ أَنفُسُهُمۡ وَهُمۡ كَٰفِرُونَ,

लिप्यंतरण:( Wa laa tu'jibka amwaaluhum wa awlaaduhum; innamaa yureedul laahu any yu'azzibahum bihaa fid dunyaa wa tazhaqa anfusuhum wa hum kaafiroon )

और आपको उनके धन और उनकी संतान भले न लगें। अल्लाह तो यही चाहता है कि उन्हें इनके द्वारा सांसारिक जीवन में यातना दे और उनके प्राण इस हाल में निकलें कि वे काफ़िर हों।

सूरा अत-तौबा आयत 85 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

85. And let not their wealth or their children amaze you. Allah only wants to punish them with these things in this world, and that their souls shall depart (die) while they are disbelievers.) We mentioned before the explanation of a similar Ayah, all the thanks and praises are due to Allah.


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