निःसंदेह हमने इसे अरबी क़ुरआन बनाया, ताकि तुम समझो।
सूरा अज़-ज़ुख़रुफ़ आयत 3 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Zukhruf verse 3 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Zukhruf ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 8.
सूरा अज़-ज़ुख़रुफ़ आयत 3 तफ़सीर (टिप्पणी)