आप कह दें : मैं अल्लाह ही की इबादत करता हूँ, इस हाल में कि उसी के लिए अपने धर्म को विशुद्ध (ख़ालिस) करने वाला हूँ।
सूरा अज़-ज़ुमर आयत 14 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Az-Zumar verse 14 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Zumar ayat 13 which provides the complete commentary from verse 13 through 16.
सूरा अज़-ज़ुमर आयत 14 तफ़सीर (टिप्पणी)