Quran Quote  : 

कुरान मजीद-35:41 सुरा फ़ातिर हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

۞إِنَّ ٱللَّهَ يُمۡسِكُ ٱلسَّمَٰوَٰتِ وَٱلۡأَرۡضَ أَن تَزُولَاۚ وَلَئِن زَالَتَآ إِنۡ أَمۡسَكَهُمَا مِنۡ أَحَدٖ مِّنۢ بَعۡدِهِۦٓۚ إِنَّهُۥ كَانَ حَلِيمًا غَفُورٗا

लिप्यंतरण:( Innal laaha yumsikus samaawaati wal arda an tazoolaaa; wa la’in zaalataaa in amsa kahumaa min ahadim mim ba’dih; innahoo kaana Haleeman Ghafooraa )

निःसंदेह अल्लाह ही आकाशों और धरती को थामे (रोके)[14] हुए है कि (कहीं) वे दोनों (अपनी जगह से) हट (टल) न जाएँ। और वास्तव में यदि वे दोनों हट (टल) जाएँ, तो उसके बाद कोई भी उन्हें थाम (रोक) नहीं सकेगा। निःसंदेह वह अत्यंत सहनशील, बहुत क्षमा करने वाला है।

सूरा फ़ातिर आयत 41 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

15. नबी सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम रात में नमाज़ के लिए जागते, तो आकाश की ओर देखते और यह पूरी आयत पढ़ते थे। (सह़ीह़ बुख़ारी : 7452)

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Fatir verse 41 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Fatir ayat 40 which provides the complete commentary from verse 40 through 41.

सूरा फ़ातिर सभी आयत (छंद)

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