लिप्यंतरण:( Wa ja'ala feehaa rawaa siya min fawqihaa wa baaraka feehaa wa qaddara feehaaaa aqwaatahaa feee arba'ati ayyaamin sawaaa'al lissaaa'ileen )
2. अर्थात धरती को पैदा करने और फैलाने के कुल चार दिन हुए। 3. अर्थात धरती के सभी जीवों के आहार के संसाधन की व्यवस्था कर दी। और यह बात बता दी ताकि कोई प्रश्न करे तो उसे इसका ज्ञान करा दिया जाए।
The tafsir of Surah Fussilat verse 10 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Fussilat ayat 9 which provides the complete commentary from verse 9 through 12.
सूरा हामीम अस-सजदा आयत 10 तफ़सीर (टिप्पणी)