लिप्यंतरण:( Ya'lamu khaaa'inatal a'yuni wa maa tukhfis sudoor )
वह आँखों की चोरी तथा सीने की छिपाई हुई बातों को जानता है।
सूरा ग़ाफ़िर आयत 19 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Muminun verse 19 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Muminun ayat 18 which provides the complete commentary from verse 18 through 20.
सूरा ग़ाफ़िर आयत 19 तफ़सीर (टिप्पणी)