Quran Quote  : 

कुरान मजीद-40:25 सुरा ग़ाफ़िर हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

فَلَمَّا جَآءَهُم بِٱلۡحَقِّ مِنۡ عِندِنَا قَالُواْ ٱقۡتُلُوٓاْ أَبۡنَآءَ ٱلَّذِينَ ءَامَنُواْ مَعَهُۥ وَٱسۡتَحۡيُواْ نِسَآءَهُمۡۚ وَمَا كَيۡدُ ٱلۡكَٰفِرِينَ إِلَّا فِي ضَلَٰلٖ

लिप्यंतरण:( Falamma jaaa'ahum bil haqqi min 'indinaa qaaluq tulooo abnaaa'al lazeena aamanoo ma'ahoo wastahyoo nisaaa'ahum; wa maa kaidul kaafireena illaa fee dalaal )

फिर जब वह हमारी ओर से उनके पास सत्य लेकर आया, तो उन्होंने कहा : उसके साथ जो लोग ईमान लाए हैं, उनके बेटों को मार डालो और उनकी स्त्रियों को जीवित रहने दो। और काफ़िरों की चाल विफल ही हुआ करती है।[6]

सूरा ग़ाफ़िर आयत 25 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

6. अर्थात फ़िरऔन और उसकी जाति की। जबकि मूसा (अलैहिस्सलाम) और उनकी जाति बनी इसराईल को कोई हानि नहीं हुई। इससे उनकी शक्ति बढ़ती ही गई यहाँ तक कि वे पवित्र स्थान के स्वामी बन गए।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Muminun verse 25 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Muminun ayat 23 which provides the complete commentary from verse 23 through 27.

सूरा ग़ाफ़िर सभी आयत (छंद)

Sign up for Newsletter