Quran Quote  : 

कुरान मजीद-40:5 सुरा ग़ाफ़िर हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

كَذَّبَتۡ قَبۡلَهُمۡ قَوۡمُ نُوحٖ وَٱلۡأَحۡزَابُ مِنۢ بَعۡدِهِمۡۖ وَهَمَّتۡ كُلُّ أُمَّةِۭ بِرَسُولِهِمۡ لِيَأۡخُذُوهُۖ وَجَٰدَلُواْ بِٱلۡبَٰطِلِ لِيُدۡحِضُواْ بِهِ ٱلۡحَقَّ فَأَخَذۡتُهُمۡۖ فَكَيۡفَ كَانَ عِقَابِ

लिप्यंतरण:( Kazzabat qablahum qawmu Noohinw wal Ahzaabu min ba'dihim wa hammat kullu ummatin bi Rasoolihim li ya'khuzoohu wa jaadaloo bilbaatili li yud hidoo bihil haqqa fa akhaztuhum fa kaifa kaana 'iqaab )

इनसे पहले नूह की जाति ने झुठलाया तथा उनके बाद के (दूसरे) समूहों ने भी (झुठलाया)। और प्रत्येक समुदाय के लोगों ने इरादा किया कि अपने रसूल को पकड़ लें। तथा उन्होंने असत्य के साथ झगड़ा किया ताकि उसके द्वारा सत्य को ग़लत ठहरा दें। अंततः मैंने उन्हें पकड़ लिया। तो मेरी सज़ा कैसी थी?

सूरा ग़ाफ़िर आयत 5 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Muminun verse 5 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Muminun ayat 4 which provides the complete commentary from verse 4 through 6.

सूरा ग़ाफ़िर सभी आयत (छंद)

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