लिप्यंतरण:( Wa hanaanam mil ladunnaa wa zakaatanw wa kaana taqiyyaa )
तथा अपनी ओर से दया तथा पवित्रता (प्रदान की) और वह बड़ा संयमी (परहेज़गार) था।
सूरा मरियम आयत 13 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Maryam verse 13 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Maryam ayat 12 which provides the complete commentary from verse 12 through 15.
सूरा मरियम आयत 13 तफ़सीर (टिप्पणी)