(यह) आपके पालनहार की अपने बंदे ज़करिय्या पर दया की चर्चा है।
सूरा मरियम आयत 2 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Maryam verse 1 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Maryam ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 6.
सूरा मरियम आयत 2 तफ़सीर (टिप्पणी)