लिप्यंतरण:( Qaala kazaaliki qaala Rabbuki huwa 'alaiya haiyimunw wa linaj 'alahooo Aayatal linnaasi wa rahmatam minnaa; wa kaana amram maqdiyyaa )
7. अर्थात अपने सामर्थ्य की निशानी, कि हम नर-नारी के योग के बिना भी स्त्री के गर्भ से शिशु की उत्पत्ति कर सकते हैं।
The tafsir of Surah Maryam verse 21 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Maryam ayat 16 which provides the complete commentary from verse 16 through 21.
सूरा मरियम आयत 21 तफ़सीर (टिप्पणी)