उसने कहा : ऐ मेरी जाति के लोगो! निःसंदेह मैं तुम्हें स्पष्ट रूप से डराने वाला हूँ।
सूरा नूह आयत 2 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Nuh verse 2 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Nuh ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 4.
सूरा नूह आयत 2 तफ़सीर (टिप्पणी)