Quran Quote  : 

कुरान मजीद-50:4 सुरा क़ाफ़ हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

قَدۡ عَلِمۡنَا مَا تَنقُصُ ٱلۡأَرۡضُ مِنۡهُمۡۖ وَعِندَنَا كِتَٰبٌ حَفِيظُۢ

लिप्यंतरण:( Qad 'alimnaa maa tanqu-sul-ardu minhum wa 'indanaa Kitaabun Hafeez )

निश्चय हमें मालूम है जो कुछ धरती उनमें से कम करती है और हमारे पास एक पुस्तक[2] है, जो ख़ूब सुरक्षित रखने वाली है।

सूरा क़ाफ़ आयत 4 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

2. सुरक्षित रखने वाली पुस्तक से अभिप्राय "लौह़े मह़फ़ूज़" है। जिसमें जो कुछ उनके जीवन-मरण की दशाएँ हैं, वे पहले ही से लिखी हुई हैं। और जब अल्लाह का आदेश होगा तो उन्हें फिर बनाकर तैयार कर दिया जाएगा।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Qaf verse 4 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Qaf ayat 1 which provides the complete commentary from verse 2 through 5.

सूरा क़ाफ़ सभी आयत (छंद)

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