लिप्यंतरण:( Kam ahlaknaa min qablihim min qarnin fanaadaw wa laata heena manaas )
हमने इनसे पहले कितने ही समुदायों को विनष्ट कर दिया, तो उन्होंने पुकारा। और वह बच निकलने का समय नहीं था।
सूरा साद आयत 3 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Sad verse 3 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Sad ayat 1 which provides the complete commentary from verse 1 through 3.
सूरा साद आयत 3 तफ़सीर (टिप्पणी)