लिप्यंतरण:( Summaj tabbahu Rabbuhoo fataaba 'alaihi wa hadaa )
फिर उसके रब ने उसे चुन लिया, तो उसकी तौबा क़बूल कर ली और उसे मार्गदर्शन प्रदान किया।
सूरा ता-हा आयत 122 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ta-Ha verse 122 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Taha ayat 115 which provides the complete commentary from verse 115 through 122.
सूरा ता-हा आयत 122 तफ़सीर (टिप्पणी)