Quran Quote  : 

कुरान मजीद-20:132 सुरा ता-हा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَأۡمُرۡ أَهۡلَكَ بِٱلصَّلَوٰةِ وَٱصۡطَبِرۡ عَلَيۡهَاۖ لَا نَسۡـَٔلُكَ رِزۡقٗاۖ نَّحۡنُ نَرۡزُقُكَۗ وَٱلۡعَٰقِبَةُ لِلتَّقۡوَىٰ

लिप्यंतरण:( Wa'mur ahlaka bis Salaati wastabir 'alaihaa laa nas'aluka rizqaa; nahnu narzuquk; wal 'aaqibatu littaqwaa )

और आप अपने घरवालों को नमाज़ का आदेश दें और स्वयं भी उसपर स्थित रहें, हम आपसे कोई जीविका नहीं माँगते, हम ही आपको जीविका प्रदान करते हैं और अच्छा परिणाम परहेज़गारी का है।

सूरा ता-हा आयत 132 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Ta-Ha verse 132 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Taha ayat 131 which provides the complete commentary from verse 131 through 135.

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