तुम दोनों फ़िरऔन के पास जाओ, निःसंदेह वह सरकश हो गया है।
सूरा ता-हा आयत 43 तफ़सीर (टिप्पणी)
मुफ़्ती अहमद यार खान
Ibn-Kathir
The tafsir of Surah Ta-Ha verse 43 by Ibn Kathir is unavailable here. Please refer to Surah Taha ayat 40 which provides the complete commentary from verse 40 through 44.
सूरा ता-हा आयत 43 तफ़सीर (टिप्पणी)