Quran Quote  : 

कुरान मजीद-20:89 सुरा ता-हा हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

أَفَلَا يَرَوۡنَ أَلَّا يَرۡجِعُ إِلَيۡهِمۡ قَوۡلٗا وَلَا يَمۡلِكُ لَهُمۡ ضَرّٗا وَلَا نَفۡعٗا

लिप्यंतरण:( Afalaa yarawna allaa yarji'u ilaihim qawlanw wa laa yamliku lahum darranw wa laa naf'aa (section 4) )

तो क्या वे देखते नहीं कि वह न उनकी किसी बात का उत्तर देता है और न वह उनके किसी नुक़सान का मालिक है और न किसी लाभ का।[32]

सूरा ता-हा आयत 89 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • मुफ़्ती अहमद यार खान

32. फिर वह पूज्य कैसे हो सकता है?

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Ta-Ha verse 89 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Taha ayat 83 which provides the complete commentary from verse 83 through 89.

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