Quran Quote  : 

कुरान मजीद-10:100 Surah Yunus हिंदी अनुवाद, लिप्यंतरण और तफ़सीर (तफ़सीर).

وَمَا كَانَ لِنَفۡسٍ أَن تُؤۡمِنَ إِلَّا بِإِذۡنِ ٱللَّهِۚ وَيَجۡعَلُ ٱلرِّجۡسَ عَلَى ٱلَّذِينَ لَا يَعۡقِلُونَ

लिप्यंतरण:( Wa maa kaana linafsin an tu'mina illaa bi iznil laah; wa yaj'alur rijsa 'alal lazeena laa ya'qiloon )

किसी प्राणी के लिए यह संभव नहीं है कि वह अल्लाह की अनुमति[29] के बिना ईमान लाए और वह उन लोगों पर मलिनता डाल देता है, जो समझ नहीं रखते।

सूरा Yunusआयत 100 तफ़सीर (टिप्पणी)



  • ख़ज़ाएनुल इरफ़ान

29. अर्थात् उसके स्वभाविक नियम के अनुसार जो सोच-विचार से काम लेता है, वही ईमान लाता है।

Ibn-Kathir

The tafsir of Surah Yunus verse 100 by Ibn Kathir is unavailable here.
Please refer to Surah Yunus ayat 99 which provides the complete commentary from verse 99 through 100.

सूरा Yunus सभी आयत (छंद)

Sign up for Newsletter