कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

وَفَٰكِهَةٗ وَأَبّٗا

तथा फल और चारा।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 31

مَّتَٰعٗا لَّكُمۡ وَلِأَنۡعَٰمِكُمۡ

तुम्हारे लिए तथा तुम्हारे पशुओं के लिए जीवन-सामग्री के रूप में।[4]

तफ़्सीर:

4. (24-32) इन आयतों में इनसान के जीवन साधनों को साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया गया है जो अल्लाह की अपार दया की परिचायक हैं। अतः जब सारी व्यवस्था वही करता है, तो फिर उसके इन उपकारों पर इनसान के लिए उचित था कि उसी की बात माने और उसी के आदेशों का पालन करे जो क़ुरआन के माध्यम से अंतिम नबी मुह़म्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्म) द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है। (दावतुल क़ुरआन)

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 32

فَإِذَا جَآءَتِ ٱلصَّآخَّةُ

तो जब कानों को बहरा कर देने वाली प्रचंड आवाज़ (क़ियामत) आ जाएगी।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 33

يَوۡمَ يَفِرُّ ٱلۡمَرۡءُ مِنۡ أَخِيهِ

जिस दिन इनसान अपने भाई से भागेगा।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 34

وَأُمِّهِۦ وَأَبِيهِ

तथा अपनी माता और अपने पिता (से)।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 35

وَصَٰحِبَتِهِۦ وَبَنِيهِ

तथा अपनी पत्नी और अपने बेटों से।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 36

لِكُلِّ ٱمۡرِيٕٖ مِّنۡهُمۡ يَوۡمَئِذٖ شَأۡنٞ يُغۡنِيهِ

उस दिन उनमें से प्रत्येक व्यक्ति की ऐसी स्थिति होगी, जो उसे (दूसरों से) बेपरवाह कर देगी।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 37

وُجُوهٞ يَوۡمَئِذٖ مُّسۡفِرَةٞ

उस दिन कुछ चेहरे रौशन होंगे।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 38

ضَاحِكَةٞ مُّسۡتَبۡشِرَةٞ

हँसते हुए, प्रसन्न होंगे।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 39

وَوُجُوهٞ يَوۡمَئِذٍ عَلَيۡهَا غَبَرَةٞ

तथा कुछ चेहरों उस दिन धूल से ग्रस्त होंगे।

सूरह का नाम : Abasa   सूरह नंबर : 80   आयत नंबर: 40

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