कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

إِنَّ ٱلۡمُتَّقِينَ فِي مَقَامٍ أَمِينٖ

निःसंदेह परहेज़गार लोग शांति एवं सुरक्षा वाली जगह में होंगे।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 51

فِي جَنَّـٰتٖ وَعُيُونٖ

बाग़ों तथा जल स्रोतों में।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 52

يَلۡبَسُونَ مِن سُندُسٖ وَإِسۡتَبۡرَقٖ مُّتَقَٰبِلِينَ

वे बारीक और गाढ़े रेशम के वस्त्र पहनेंगे, आमने-सामने बैठे होंगे।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 53

كَذَٰلِكَ وَزَوَّجۡنَٰهُم بِحُورٍ عِينٖ

ऐसा ही होगा और हम उनका विवाह गोरे बदन, काली आँखों वाली औरतों से कर देंगे, जो बड़ी-बड़ी आँखों वाली होंगी।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 54

يَدۡعُونَ فِيهَا بِكُلِّ فَٰكِهَةٍ ءَامِنِينَ

वे उसमें निश्चिंत होकर हर प्रकार के फल मंगवाएँगे।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 55

لَا يَذُوقُونَ فِيهَا ٱلۡمَوۡتَ إِلَّا ٱلۡمَوۡتَةَ ٱلۡأُولَىٰۖ وَوَقَىٰهُمۡ عَذَابَ ٱلۡجَحِيمِ

वे उसमें मृत्यु[9] का स्वाद नहीं चखेंगे, परंतु वह मृत्यु जो पहली थी, और वह (अल्लाह) उन्हें दहकती हुई आग के अज़ाब से बचा लेगा।

तफ़्सीर:

9. ह़दीस में है कि जब स्वर्गी स्वर्ग में और नारकी नरक में चले जाएँगे, तो मौत को स्वर्ग और नरक के बीच लाकर वध कर दिया जाएगा। और एलान कर दिया जाएगा कि अब मौत नहीं होगी। जिससे स्वर्गी प्रसन्न हो जाएँगे और नारकियों को शोक पर शोक हो जाएगा। (सह़ीह़ बुख़ारी : 6548, सह़ीह़ मुस्लिम : 2850)

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 56

فَضۡلٗا مِّن رَّبِّكَۚ ذَٰلِكَ هُوَ ٱلۡفَوۡزُ ٱلۡعَظِيمُ

आपके पालनहार की ओर से अनुग्रह के कारण। यही बहुत बड़ी सफलता है।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 57

فَإِنَّمَا يَسَّرۡنَٰهُ بِلِسَانِكَ لَعَلَّهُمۡ يَتَذَكَّرُونَ

सो तथ्य यही है कि हमने इसे आपकी भाषा में आसान कर दिया है, ताकि वे नसीहत ग्रहण करें।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 58

فَٱرۡتَقِبۡ إِنَّهُم مُّرۡتَقِبُونَ

अतः आप प्रतीक्षा करें,[10] निःसंदेह वे भी प्रतीक्षा करने वाले हैं।

तफ़्सीर:

10. अर्थात परिणाम की।

सूरह का नाम : Ad-Dukhan   सूरह नंबर : 44   आयत नंबर: 59

नूजलेटर के लिए साइन अप करें