कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

ٱلَّذِينَ هُمۡ فِي غَمۡرَةٖ سَاهُونَ

जो बड़ी ग़फ़लत में भूले हुए हैं।

يَسۡـَٔلُونَ أَيَّانَ يَوۡمُ ٱلدِّينِ

वे पूछते[3] हैं कि बदले का दिन कब है?

يَوۡمَ هُمۡ عَلَى ٱلنَّارِ يُفۡتَنُونَ

जिस दिन वे आग पर तपाए जाएँगे।

ذُوقُواْ فِتۡنَتَكُمۡ هَٰذَا ٱلَّذِي كُنتُم بِهِۦ تَسۡتَعۡجِلُونَ

अपने फ़ितने (यातना) का मज़ा चखो, यही है जिसके लिए तुम जल्दी मचा रहे थे।

إِنَّ ٱلۡمُتَّقِينَ فِي جَنَّـٰتٖ وَعُيُونٍ

निःसंदेह परहेज़गार लोग बाग़ों और जल स्रोतों में होंगे।

ءَاخِذِينَ مَآ ءَاتَىٰهُمۡ رَبُّهُمۡۚ إِنَّهُمۡ كَانُواْ قَبۡلَ ذَٰلِكَ مُحۡسِنِينَ

जो कुछ उनका रब उन्हें देगा, उसे वे लेने वाले होंगे। निश्चय ही वे इससे पहले नेकी करने वाले थे।

كَانُواْ قَلِيلٗا مِّنَ ٱلَّيۡلِ مَا يَهۡجَعُونَ

वे रात के बहुत थोड़े भाग में सोते थे।[4]

وَبِٱلۡأَسۡحَارِ هُمۡ يَسۡتَغۡفِرُونَ

तथा रात्रि की अंतिम घड़ियों[5] में वे क्षमा याचना करते थे।

وَفِيٓ أَمۡوَٰلِهِمۡ حَقّٞ لِّلسَّآئِلِ وَٱلۡمَحۡرُومِ

और उनके धनों में माँगने वाले तथा वंचित[6] के लिए एक हक़ (हिस्सा) था।

وَفِي ٱلۡأَرۡضِ ءَايَٰتٞ لِّلۡمُوقِنِينَ

तथा धरती में विश्वास करने वालों के लिए बहुत-सी निशानियाँ हैं।

नूजलेटर के लिए साइन अप करें