कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

إِذَا ٱلسَّمَآءُ ٱنفَطَرَتۡ

जब आकाश फट जाएगा।

وَإِذَا ٱلۡكَوَاكِبُ ٱنتَثَرَتۡ

तथा जब तारे झड़ जाएँगे।

وَإِذَا ٱلۡبِحَارُ فُجِّرَتۡ

और जब समुद्र बह निकलेंगे।

وَإِذَا ٱلۡقُبُورُ بُعۡثِرَتۡ

और जब क़बरें उलट दी जाएँगी।

عَلِمَتۡ نَفۡسٞ مَّا قَدَّمَتۡ وَأَخَّرَتۡ

तब प्रत्येक प्राणी जान लेगा, जो उसने आगे भेजा और जो पीछे छोड़ा।[1]

يَـٰٓأَيُّهَا ٱلۡإِنسَٰنُ مَا غَرَّكَ بِرَبِّكَ ٱلۡكَرِيمِ

ऐ इनसान! तुझे किस चीज़ ने तेरे उदार पालनहार से बहका दिया?

ٱلَّذِي خَلَقَكَ فَسَوَّىٰكَ فَعَدَلَكَ

जिसने तेरी रचना की, फिर तुझे ठीक ठाक किया, फिर तुझे संतुलित बनाया।

فِيٓ أَيِّ صُورَةٖ مَّا شَآءَ رَكَّبَكَ

जिस रूप में भी उसने चाहा, तुझे बना दिया।[2]

كَلَّا بَلۡ تُكَذِّبُونَ بِٱلدِّينِ

हरगिज़ नहीं, बल्कि तुम बदले (के दिन) को झुठलाते हो।

وَإِنَّ عَلَيۡكُمۡ لَحَٰفِظِينَ

हालाँकि निःसंदेह तुमपर निगेहबान नियुक्त हैं।

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