कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

وَإِذَا قُرِئَ عَلَيۡهِمُ ٱلۡقُرۡءَانُ لَا يَسۡجُدُونَۤ۩

और जब उनके सामने क़ुरआन पढ़ा जाता है, तो सजदा नहीं करते।[3]

بَلِ ٱلَّذِينَ كَفَرُواْ يُكَذِّبُونَ

बल्कि जिन्होंने कुफ़्र किया, वे (उसे) झुठलाते हैं।

وَٱللَّهُ أَعۡلَمُ بِمَا يُوعُونَ

और अल्लाह सबसे अधिक जानने वाला है जो कुछ वे अपने भीतर रखते हैं।

فَبَشِّرۡهُم بِعَذَابٍ أَلِيمٍ

अतः उन्हें एक दर्दनाक यातना की शुभ सूचना दे दो।

إِلَّا ٱلَّذِينَ ءَامَنُواْ وَعَمِلُواْ ٱلصَّـٰلِحَٰتِ لَهُمۡ أَجۡرٌ غَيۡرُ مَمۡنُونِۭ

परंतु जो लोग ईमान लाए तथा उन्होंने सत्कर्म किए, उनके लिए कभी न समाप्त होने वाला बदला है।[4]

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