कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

وَٱلَّيۡلِ إِذَا يَغۡشَىٰ

रात की क़सम, जब वह छा जाए।

وَٱلنَّهَارِ إِذَا تَجَلَّىٰ

और दिन की क़सम, जब वह रौशन हो जाए!

وَمَا خَلَقَ ٱلذَّكَرَ وَٱلۡأُنثَىٰٓ

तथा नर और मादा को पैदा करने की क़सम।

إِنَّ سَعۡيَكُمۡ لَشَتَّىٰ

निःसंदेह तुम्हारे प्रयास विविध हैं।[1]

فَأَمَّا مَنۡ أَعۡطَىٰ وَٱتَّقَىٰ

फिर जिसने (दान) दिया और (अवज्ञा से) बचा।

وَصَدَّقَ بِٱلۡحُسۡنَىٰ

और सबसे अच्छी बात को सत्य माना।

فَسَنُيَسِّرُهُۥ لِلۡيُسۡرَىٰ

तो निश्चय हम उसके लिए भलाई को आसान कर देंगे।

وَأَمَّا مَنۢ بَخِلَ وَٱسۡتَغۡنَىٰ

लेकिन वह (व्यक्ति) जिसने कंजूसी की और बेपरवाही बरती।

وَكَذَّبَ بِٱلۡحُسۡنَىٰ

और सबसे अच्छी बात को झुठलाया।

فَسَنُيَسِّرُهُۥ لِلۡعُسۡرَىٰ

तो हम उसके लिए कठिनाई (बुराई का मार्ग) आसान कर देंगे।[2]

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