कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

يُبَصَّرُونَهُمۡۚ يَوَدُّ ٱلۡمُجۡرِمُ لَوۡ يَفۡتَدِي مِنۡ عَذَابِ يَوۡمِئِذِۭ بِبَنِيهِ

हालाँकि वे उन्हें दिखाए जा रहे होंगे। अपराधी चाहेगा कि काश उस दिन की यातना से बचने के लिए छुड़ौती में दे दे अपने बेटों को।

وَصَٰحِبَتِهِۦ وَأَخِيهِ

तथा अपनी पत्नी और अपने भाई को।

وَفَصِيلَتِهِ ٱلَّتِي تُـٔۡوِيهِ

तथा अपने परिवार (कुटुंब) को, जो उसे शरण देता था।

وَمَن فِي ٱلۡأَرۡضِ جَمِيعٗا ثُمَّ يُنجِيهِ

और उन सभी लोगों[4] को जो धरती में हैं। फिर अपने आपको बचा ले।

كَلَّآۖ إِنَّهَا لَظَىٰ

कदापि नहीं! निःसंदेह वह (जहन्नम) भड़कने वाली आग है।

نَزَّاعَةٗ لِّلشَّوَىٰ

जो खाल उधेड़ देने वाली है।

تَدۡعُواْ مَنۡ أَدۡبَرَ وَتَوَلَّىٰ

वह उसे पुकारेगी, जिसने पीठ फेरी[5] और मुँह मोड़ा।

وَجَمَعَ فَأَوۡعَىٰٓ

तथा (धन) एकत्र किया और संभाल कर रखा।

۞إِنَّ ٱلۡإِنسَٰنَ خُلِقَ هَلُوعًا

निःसंदेह मनुष्य बहुत अधीर बनाया गया है।

إِذَا مَسَّهُ ٱلشَّرُّ جَزُوعٗا

जब उसे कष्ट पहुँचता है, तो बहुत घबरा जाने वाला है।

नूजलेटर के लिए साइन अप करें