कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

فَجَعَلۡنَٰهُ فِي قَرَارٖ مَّكِينٍ

फिर हमने उसे एक सुरक्षित ठिकाने में रखा।

إِلَىٰ قَدَرٖ مَّعۡلُومٖ

एक ज्ञात अवधि तक।[7]

فَقَدَرۡنَا فَنِعۡمَ ٱلۡقَٰدِرُونَ

फिर हमने अनुमान[8] लगाया, तो हम क्या ही अच्छा अनुमान लगाने वाले हैं।

وَيۡلٞ يَوۡمَئِذٖ لِّلۡمُكَذِّبِينَ

उस दिन झुठलाने वालों के लिए बड़ा विनाश है।

أَلَمۡ نَجۡعَلِ ٱلۡأَرۡضَ كِفَاتًا

क्या हमने धरती को समेटने[9] वाली नहीं बनाया?

أَحۡيَآءٗ وَأَمۡوَٰتٗا

जीवित और मृत लोगों को।

وَجَعَلۡنَا فِيهَا رَوَٰسِيَ شَٰمِخَٰتٖ وَأَسۡقَيۡنَٰكُم مَّآءٗ فُرَاتٗا

तथा हमने उसमें ऊँचे पर्वत बनाए और हमने तुम्हें मीठा पानी पिलाया।

وَيۡلٞ يَوۡمَئِذٖ لِّلۡمُكَذِّبِينَ

उस दिन झुठलाने वालों के लिए बड़ा विनाश है।

ٱنطَلِقُوٓاْ إِلَىٰ مَا كُنتُم بِهِۦ تُكَذِّبُونَ

(कहा जाएगा :) उस चीज़ की ओर चलो, जिसे तुम झुठलाते थे।

ٱنطَلِقُوٓاْ إِلَىٰ ظِلّٖ ذِي ثَلَٰثِ شُعَبٖ

एक छाया[10] की ओर चलो, जो तीन शाखाओं वाली है।

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