कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

يُعۡرَفُ ٱلۡمُجۡرِمُونَ بِسِيمَٰهُمۡ فَيُؤۡخَذُ بِٱلنَّوَٰصِي وَٱلۡأَقۡدَامِ

अपराधियों की पहचान उनके चिह्नों से होगी, फिर माथे के बालों और पैरों से (उन्हें) पकड़ा जाएगा।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 41

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 42

هَٰذِهِۦ جَهَنَّمُ ٱلَّتِي يُكَذِّبُ بِهَا ٱلۡمُجۡرِمُونَ

यही है वह जहन्नम, जिसे अपराधी लोग झुठलाते थे।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 43

يَطُوفُونَ بَيۡنَهَا وَبَيۡنَ حَمِيمٍ ءَانٖ

वे उसके और खौलते हुए पानी के बीच चक्कर लगा रहे होंगे।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 44

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 45

وَلِمَنۡ خَافَ مَقَامَ رَبِّهِۦ جَنَّتَانِ

और जो व्यक्ति अपने पालनहार के समक्ष खड़े होने से डर गया, उसके लिए दो बाग़ हैं।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 46

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 47

ذَوَاتَآ أَفۡنَانٖ

दोनों बहुत शाखाओं वाले हैं।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 48

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 49

فِيهِمَا عَيۡنَانِ تَجۡرِيَانِ

उन दोनों में दो जल स्रोत बहते हैं।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 50

नूजलेटर के लिए साइन अप करें