कुरान उद्धरण : 
بِسۡمِ ٱللهِ ٱلرَّحۡمَـٰنِ ٱلرَّحِيمِ

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 51

فِيهِمَا مِن كُلِّ فَٰكِهَةٖ زَوۡجَانِ

उन दोनों में प्रत्येक फल के दो प्रकार हैं।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 52

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 53

مُتَّكِـِٔينَ عَلَىٰ فُرُشِۭ بَطَآئِنُهَا مِنۡ إِسۡتَبۡرَقٖۚ وَجَنَى ٱلۡجَنَّتَيۡنِ دَانٖ

ऐसे बिस्तरों पर तकिए लगाए होंगे, जिनके स्तर मोटे रेशम के हैं और दोनों बाग़ों के फल निकट हैं।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 54

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 55

فِيهِنَّ قَٰصِرَٰتُ ٱلطَّرۡفِ لَمۡ يَطۡمِثۡهُنَّ إِنسٞ قَبۡلَهُمۡ وَلَا جَآنّٞ

उनमें नीची निगाहों वाली औरतें हैं, जिन्हें उनसे पहले न किसी मनुष्य ने हाथ लगाया है और न किसी जिन्न ने।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 56

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 57

كَأَنَّهُنَّ ٱلۡيَاقُوتُ وَٱلۡمَرۡجَانُ

मानो वे (स्त्रियाँ) माणिक और मूँगा हैं।

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 58

فَبِأَيِّ ءَالَآءِ رَبِّكُمَا تُكَذِّبَانِ

तो तुम दोनों अपने पालनहार की किन-किन नेमतों को झुठलाओगे?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 59

هَلۡ جَزَآءُ ٱلۡإِحۡسَٰنِ إِلَّا ٱلۡإِحۡسَٰنُ

एहसान का बदला एहसान के सिवा क्या है?

सूरह का नाम : Ar-Rahman   सूरह नंबर : 55   आयत नंबर: 60

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